टीबी मुक्त समाज के लिए जनांदोलन जरूरी: बीएसए

शिक्षकों की अनूठी पहल, क्षय रोगियों को पोषण पोटली देकर गोद लिया

दुदही, कुशीनगर। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे 100 दिवसीय टीबी खोज अभियान में मिले मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली देने की पहल तेजी पकड़ रही है। शुक्रवार को विकास खंड दुदही के ब्लॉक सभागार में 125 टीबी रोगियों को प्रोटीनयुक्त पोषण पोटली वितरित की गई। यह पोटली बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों द्वारा गोद लिए गए क्षय रोगियों को प्रदान की गई। अब तक किसी एक ब्लॉक में सबसे अधिक टीबी रोगियों को गोद लेने का यह एक नया रिकॉर्ड बना है।

शिक्षकों की अनूठी पहल बनी प्रेरणा

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्य ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए इसे एक जनांदोलन का रूप देना होगा। उन्होंने शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग इस अभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विशिष्ट अतिथि खंड विकास अधिकारी रामराज कुशवाहा ने कहा कि शिक्षकों द्वारा प्रदान किया गया प्रोटीनयुक्त आहार क्षय रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है, जिससे वे जल्दी स्वस्थ हो रहे हैं। उन्होंने इस पुनीत कार्य में शामिल सभी शिक्षकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।

शिक्षक छह माह तक देंगे पोषण पोटली

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे खंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रभातचंद राय ने घोषणा की कि शिक्षक छह माह तक क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान करने के लिए संकल्पित हैं। इस दौरान निक्षय मित्र नोडल आशुतोष कुमार मिश्र ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की विस्तृत जानकारी दी।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग रहे उपस्थित

प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अरुणेंद्र राय व क्षय रोग के एसटीएस अमित पांडेय ने उपस्थित सभी शिक्षकों व गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मंत्री रामनिवास जायसवाल, विमलेश प्रताप सिंह, धनंजय मिश्र, अशोक यादव, शिवशंकर तिवारी, ओमप्रकाश सिंह, अलका ओझा, विद्या सिंह, अवधेश मिश्र, अजय राय, अमित श्रीवास्तव, मनोहर पटेल, नूर मोहम्मद अंसारी, नरेंद्र शर्मा, सिद्धार्थ यादव सहित 181 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक मौजूद रहे।

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