दुदही कुशीनगर
ग्रामीणों की वरीयता के बावजूद विकास खंड अधिकारी ने मनमाने तरीके से दिया स्वीकृति—नारायण कुशवाहा
कुशीनगर: जनपद के ग्राम सभा नरहवाडीह में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान आवंटन में अनियमितता का मामला सामने आया है। ग्राम प्रधान नारायण कुशवाहा ने इस विषय पर जिला अधिकारी से शिकायत कर जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि ग्राम सभा की खुली बैठक में सर्वसम्मति से माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह को चयनित किया गया था, लेकिन विकास खंड अधिकारी दुदही ने मनमाने ढंग से नयी किरण स्वयं सहायता समूह के आवेदन को स्वीकृति दे दी।
10 वर्षों से नहीं थी सरकारी राशन की दुकान
ग्राम प्रधान के अनुसार, ग्राम सभा नरहवाडीह में पिछले 10 वर्षों से कोई सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान नहीं थी, जिसके कारण ग्रामीणों को दूसरे गाँव जाकर राशन लेना पड़ता था। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने और ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से मांग की, जिसके बाद कोटे की दुकान के लिए आदेश पारित किया गया।
खुली बैठक में माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह को मिली थी वरीयता
आदेश पारित होने के बाद ग्राम सभा में खुली बैठक आयोजित की गई, जिसमें दो समूहों—माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह और नयी किरण स्वयं सहायता समूह ने भाग लिया। इस बैठक में ग्राम सभा के अधिकांश लोगों ने माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह को वरीयता दी, लेकिन बावजूद इसके नयी किरण स्वयं सहायता समूह को चयनित कर दिया गया।
ग्राम प्रधान ने किया विरोध, निष्पक्ष जांच की मांग
ग्राम प्रधान नारायण कुशवाहा ने इसे अन्याय बताते हुए कहा कि यह निर्णय नियमों के विरुद्ध और ग्राम सभा की भावनाओं की अवहेलना है। उन्होंने जिला अधिकारी से अपील की है कि इस मामले की उचित जांच कराकर निष्पक्ष निर्णय लिया जाए और ग्राम सभा की वरीयता प्राप्त माँ दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह को कोटे की दुकान आवंटित की जाए।
ग्राम सभा के ग्रामीणों में आक्रोश
इस मामले को लेकर ग्राम सभा में नाराजगी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी राय को दरकिनार कर प्रशासन अपनी मर्जी से फैसला लेगा, तो यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का उल्लंघन होगा। उन्होंने भी जिला अधिकारी से इस मामले में दखल देने और न्यायपूर्ण निर्णय लेने की अपील की है।
अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या ग्राम सभा की वरीयता को मान्यता दी जाती है या नहीं।