

कुशीनगर
जिला प्रशासन किसानों को देगा मुआवजा अधिग्रहण की जाएगी भूमि
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का निर्देश
संस्कृति विभाग की जमीन का हस्तानांतरण कृषि विश्वविद्यालय के नाम, शासन स्तर का मामला
उक्त निर्माण कार्य सहित अन्य को समय से पूरा करने का दिएनिर्देश
मूल्यांकन बाद तीसरी किस्त की जाएगी अवमुक्त
कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी कर आवश्यक निर्देश दिए
कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में आज निर्माणाधीन महात्मा बुद्ध एवं कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कार्यालय में निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की गई।
निर्माण कार्यों का कार्यदाई संस्था से अद्यतन स्थिति की जानकारी लेने उपरांत उन्होंने निर्धारित समय में निर्माण कार्य गुणवत्ता व मानक के साथ पूरा करने के लिए सख्त हिदायत दी। बैठक में वि0वि0 के नोडल और आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज फैजाबाद के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह व डीएम महेंद्र सिंह तंवर सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
प्रमुख सचिव ने बताया कि विवि निर्माण के लिए दो किस्तों में धन आवंटन हो चुका है। तीसरी किस्त कार्यों के मूल्यांकन के बाद किया जाएगा। विवि निर्माण के बीच बीच में पड़ने वाले किसानों की भूमि को अधिग्रहित करने के लिए राजस्व विभाग को निर्देश दिया है। किसानों को इसके बदले मुआवजा दिया जाएगा। जबकि प्रभावित किसानो को जमीन के बदले जमीन ही चाहिए। सचिव ने बताया कि कृषि विश्वविद्यालय को हस्तांतरित होने वाली 145 एकड़ से अधिक भूमि अब भी संस्कृति विभाग की है। उसका विवि को हस्तांतरण शासन स्तर से हो जाएगा।
कार्यदाई एजेंसी को विवि निर्माण व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के नोटिस को लेकर नाराजगी जताई। कहा कि विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का काम पूरा होना चाहिए। ताकि निर्माण में कोई अड़चन न आए। सचिव ने निर्माणाधीन कृषि विश्वविद्यालय के मानचित्र का भी अवलोकन किया। प्रत्येक बिंदु की जानकारी हासिल की। इसके पूर्व होटल पथिक निवास पहुंचने पर उन्हें बुके व बुद्ध प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी लेने के क्रम में कृषि विभाग द्वारा संचालित कृषि योजनाओं की भी जानकारी हासिल किया। इसमें यूरिया खाद की समितियों पर किल्लत का मुद्दा प्रमुख था। इसके अलावा किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड सहित तमाम योजनाओं व उनके लाभान्वित होने वाले पात्रों की मौजूदा स्थिति से रू-ब-रू हुए। सचिव ने कुछ बिंदुओं पर खामी पाए जाने पर जिला कृषि अधिकारी को फटकार भी लगाई। उन्हें योजनाओं के क्रियान्वयन कार्य में गंभीरता व सक्रिय होकर पूरा करने के लिए निर्देशित किया। हालांकि सचिव ने यूरिया खाद की किल्लत दूर होने की बात कही। जहां नहीं होगा, वहां भी मिल जाएगा।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर द्वारा प्रमुख सचिव द्वारा दिए गए निर्देश का शत प्रतिशत अनुपालन किए जाने का आश्वासन देते हुए आश्वस्त किया गया गया कि सभी कार्य शासन की मंशा अनुरूप ससमय पूर्ण कर लिए जाएंगे।
इस मौके पर एडीएम वैभव मिश्रा, एसडीएम आशुतोष कुमार, तहसीलदार धर्मवीर सिंह, उप कृषि निदेशक अतीन्द्र सिंह, संयुक्त निदेशक शहरी एवं आवासीय गिरीश चंद्र सिंह, जिला कृषि अधिकारी डॉ. मेनका, पर्यटन सूचना अधिकारी डा. प्राण रंजन, संस्कृति विभाग से तेज प्रताप शुक्ला, कार्यदाई संस्था के अधिकारी, राजस्व निरीक्षक ब्रजेश मणि सहित अन्य सभी संबंधित गण मौजूद रहे।





