
कुशीनगर जिले के थाना विशुनपुरा में मंगलवार को आयोजित पीस कमेटी बैठक को लेकर स्थानीय स्तर पर भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। एक ओर जहां पुलिस विभाग द्वारा इसे आगामी मोहर्रम त्योहार के दृष्टिगत शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु ताजियादारों और संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक बताया जा रहा है, वहीं क्षेत्रीय पत्रकारों का कहना है कि यह बैठक दरअसल हाल ही में तैनात हुए नए थानाध्यक्ष से परिचयात्मक संवाद और सौजन्य मुलाकात के उद्देश्य से बुलाई गई थी।
पुलिस अधीक्षक कुशीनगर के निर्देश पर आयोजित इस बैठक में थाना विशुनपुरा के अंतर्गत आने वाले विभिन्न गांवों के ताजियादारों, धर्मगुरुओं और सामाजिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। बैठक के दौरान शासन के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी गई, जिसमें मोहर्रम के जुलूस, डीजे पर प्रतिबंध, रूट निर्धारण, और शांति व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई।
हालांकि, स्थानीय पत्रकारों का दावा है कि उन्हें और अन्य नागरिकों को यह कहकर बुलाया गया था कि नए थानाध्यक्ष का स्वागत और संवाद का अवसर प्रदान करने के लिए एक परिचयात्मक बैठक आयोजित की जा रही है। पत्रकारों का यह भी कहना है कि मोहर्रम जैसे संवेदनशील त्योहार की तैयारी के संबंध में कोई विशेष निर्देश बैठक के दौरान साझा नहीं किए गए।
इस विरोधाभास ने बैठक के उद्देश्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुछ लोगों का मानना है कि पुलिस प्रशासन इस बैठक को शांति समिति बैठक दर्शा कर औपचारिकता निभा रहा है, जबकि वास्तव में यह एक साधारण परिचयात्मक मुलाकात मात्र थी।
फिलहाल, इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। लेकिन यह स्पष्ट है कि आगामी मोहर्रम त्योहार को लेकर प्रशासन को स्पष्ट और पारदर्शी संवाद की आवश्यकता है, जिससे आमजन में भ्रम की स्थिति न बने और सामुदायिक सहयोग के साथ पर्व शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।
