दुदही/कुशीनगर
कुशीनगर जनपद के नगर पंचायत दुदही स्थित ऐतिहासिक सुन्नी जामा मस्जिद में आज ईद-उल-अजहा (बकरीद) की नमाज अकीदत और परंपरा के साथ अदा की गई। इस पावन मौके पर मस्जिद में भारी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग इकट्ठा हुए और अल्लाह से मुल्क की तरक्की, अमन और भाईचारे के लिए दुआ मांगी।
नमाज की अगुवाई सुन्नी जामा मस्जिद के इमाम जनाब मौलाना अख्तर निजामी साहब ने कराई। मस्जिद कमेटी के सदर जनाब आबिद अली, सेक्रेटरी जनाब अशरफ अली, खजांची जनाब इसहाक अंसारी, और नायब सेक्रेटरी जनाब सलाउद्दीन अंसारी समेत तमाम समिति सदस्यों और नगर पंचायत के मुस्लिम नागरिकों ने सभी हिंदुस्तानियों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर मुल्क की खुशहाली, अमन और सामाजिक एकता की विशेष दुआ की गई।
सुबह से ही क्षेत्र के ईदगाहों और मस्जिदों में त्योहार की रौनक देखी गई। नमाज के बाद एक-दूसरे को गले लगाकर बधाइयां दी गईं और पारंपरिक कुर्बानी की रस्म अदा की गई। कुर्बानी के मांस को जरूरतमंदों में बांटकर सेवा और इंसानियत की मिसाल पेश की गई।
त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए विशुनपुरा पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रही और ड्रोन कैमरे व फुट पेट्रोलिंग के जरिए निगरानी की गई। कहीं से कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं आई।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी ईद की शुभकामनाएं दीं और क्षेत्र में भाईचारे का संदेश दिया। ईद-उल-अजहा का यह पर्व हज़रत इब्राहीम (अलै.) की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है, जो त्याग, समर्पण और सच्चे ईमान की मिसाल है।
दुदही की सुन्नी जामा मस्जिद से निकली यह अमन और भाईचारे की आवाज़ पूरे हिंदुस्तान के लिए एक सकारात्मक संदेश बन गई।