

कुशीनगर
प्रति विद्यालय में 25-30 करोड़ की अनुमानित लागत – डीएम
विद्यालय स्थापना हेतु 05 से 10 एकड़ भूमि की है आवश्यकता
यह परियोजना शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी – डीएम
कुशीनगर में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के दृष्टिगत उ0 प्र0 सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में एक ऐसे विद्यालय स्थापित करने की है जिसमें प्रत्येक विद्यालय पर लगभग 25- 30 करोड़ रुपए खर्च होंगे और वे स्मार्ट क्लास रूम, डिजिटल लाइब्रेरी, प्रयोगशालाओं सहित सभी आधुनिक सुविधाओ से लैस होंगे। यह परियोजना शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी।
मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय की विशेषताएं
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि इस विद्यालय में प्री प्राइमरी से कक्षा 12 तक की कक्षाएं संचालित होंगी, तथा इसके अंतर्गत माध्यमिक वर्ग अंतर्गत विज्ञान गणित,वाणिज्य एवं कला वर्ग की विषयवार कक्षाओं का आधुनिक अवस्थापनाओं एवं शैक्षणिक संसाधनों के साथ संचालित की जाएंगी, यह परियोजना शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी।
उक्त विद्यालय भवन में लगभग 1500 छात्र-छात्राओं को आधुनिकतम शैक्षणिक परिवेश में शिक्षित किए जाने के उद्देश्य से 30 कक्षा कक्षों से युक्त विद्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा । मॉडल कंपोजिट विद्यालय में कक्षा 1 से 12 तक की पृथक पृथक कक्षाओं का संचालन किया जाएगा साथ ही कक्षा 11 एवं 12 के लिए विज्ञान कला एवं गणित विषयों के लिए पृथक पृथक कक्षाओं का प्राविधान किया जाएगा, इसके अतिरिक्त प्रत्येक कक्षा कक्ष में बच्चों को डिजिटल एजुकेशन प्लेटफॉर्म एवं डिजिटल लर्निंग के माध्यम से गुणवत्ता परक शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु स्मार्ट क्लास की स्थापना एवं डिजिटल उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी।
विद्यालय भवन को न्यूनतम 05 एकड़ एवं अधिकतम 10 एकड़ के भू स्थल पर प्रस्तावित किया गया है
मुख्य सुविधाओं के क्रम में जिलाधिकारी ने बताया कि मॉड्यूलर कंपोजिट – मैथ, विज्ञान, लेबोरेट्री, मॉड्यूलर फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी लेबोरेट्री, कंप्यूटर लैब, भाषा लैब सॉल्यूशन, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक हेतु अलग अलग पुस्तकालय, सेपरेट स्टाफ रूम पुरुष महिला, प्रधानाचार्य कक्ष, ऑफिस रिकॉर्ड रूम, सीसी टीवी कैमरा, कंट्रोल सिक्योरिटी सेंटर, 300 व्यक्तियों की क्षमता से युक्त ऑडिटोरियम हाल, म्यूजिक रूम,एन सीसी रूम मल्टी एक्टिविटी रूम,रोबोटिक लर्निंग सेंटर, मेडिकल कक्ष, क्राफ्ट रूम, प्रतिदिन लगभग 1000 बच्चों के लिए भोजन को स्वच्छतापूर्वक एवं शुद्धता के साथ पकाने के उद्देश्य एक मॉड्यूलर किचन, 1000 बच्चों हेतु मिड डे मिल डायनिंग हाल, ओपन जिम, रेस ट्रैक, वालीबाल/बैडमिंटन कोर्ट, साइकिल पार्किंग, सोलर प्लांट, आर ओ वाटर शीतल पेय जल, रैन वाटर हार्वेस्टिंग, दिव्यांग जनों हेतु रैम्प,, आदि आधुनिक अवस्थापना सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त खेल गतिविधियों के लिए पर्याप्त स्थल के साथ असेंबली स्थल और सपोर्ट ग्राउंड का विकास किया जाएगा तथा एक अस्थाई स्टेट के साथ झंडा फहराने और बच्चों के परदे मार्च के लिए समुचित स्थान होगा इसके अतिरिक्त बच्चों के खेलकूद के लिए विभिन्न प्रकार के झूलों ओपन जिम के भी स्थापना की जाएगी।
जिलाधिकारी ने शासन के उक्त निर्देश के क्रम में जनपद के समस्त तहसीलों में भूमि चिन्हित किए जाने हेतु पूर्व में समस्त उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में तहसील पडरौना हेतु ढोरही ग्रामपंचायत में 29000 वर्ग मीटर, तमकुहीराज के ग्राम पंचायत रजवटिया में 22257 वर्ग मीटर, कसया अंतर्गत नदवा विशुनपुर में 34398 वर्ग मीटर, हाटा अंतर्गत ग्राम पंचायत मुजहना हेतिमपुर में 21120 वर्ग मीटर, कप्तानगंज अंतर्गत अमडरिया में 43750 वर्ग मीटर, खड्डा अंतर्गत नवल छपरा में 27480 वर्ग मीटर,भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है।
जिलाधिकारी द्वारा उक्त चिन्हित भूमि से संबंधित समस्त विवरण सहित शासन से बजट आवंटन हेतु मांग पत्र प्रेषित की गई है, ताकि शीघ्र निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा सके।