

दुदही/ कुशीनगर से अजय रौनियार की रिपोर्ट
कुशीनगर जिले के विकास खंड दुदही क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रामपुर बरहन में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बदहाली ने स्थानीय लोगों की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए बनाए गए इस प्राथमिक केंद्र की हालत आज इतनी खराब हो चुकी है कि यहां न तो डॉक्टर नजर आते हैं और न ही कोई सफाईकर्मी। पूरे परिसर में घास-फूस और झाड़ियाँ उग आई हैं, रूमों में गंदगी और कूड़े का अंबार लगा हुआ है, जिससे मच्छरों का आतंक बना रहता है।


स्थानीय लोगों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र के नाम पर यहां महज़ एक खंडहर बचा है। डॉक्टर की तैनाती तो कागज़ों पर है, लेकिन हकीकत में वह महीनों से नजर नहीं आए हैं। जब इस संबंध में शिकायत की जाती है, तो जिम्मेदार अधिकारी डॉक्टर की गैरमौजूदगी का कारण “छुट्टी” बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
हालत यह है कि ग्रामीणों को मामूली इलाज के लिए भी 15 किलोमीटर दूर दुदही जाना पड़ता है। कई बार गंभीर स्थिति में मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। इस स्थिति ने स्थानीय जनता के स्वास्थ्य अधिकारों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुदही के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. संदीप कुमार ने बताया कि रामपुर बरहन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की तैनाती को लेकर शासन को पत्र भेजा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि वहां एक कर्मचारी बलवंत तैनात है, जिससे इस पूरे मामले में बात की जाएगी और स्थिति में जल्द सुधार लाया जाएगा।
स्थानीय ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर, दवाइयां, और सफाईकर्मी की नियमित व्यवस्था की जाए, नहीं तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


