

विलेज फास्ट टाइम्स, कुशीनगर
दुदही/कुशीनगर | 12 दिसम्बर 2025
दुदही विकास खण्ड परिसर शुक्रवार को कृषि नवाचार और किसान जागरूकता का भव्य मंच बन गया। कृषि सूचना तंत्र के शुद्धिकरण एवं कृषक जागरूकता कार्यक्रम तथा आत्मा योजना के तहत आयोजित दो दिवसीय कृषक गोष्ठी के दूसरे दिन किसानों का उत्साह चरम पर दिखाई दिया।
जहाँ पहले दिन 265 किसान पहुँचे थे, वहीं दूसरे दिन 150 से अधिक किसानों की भारी उपस्थिति ने कार्यक्रम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचा दिया। कुल मिलाकर दो दिनों में लगभग 415 किसानों ने भागीदारी कर यह साबित कर दिया कि दुदही क्षेत्र का किसान अब जागरूक भी है और बदलती कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए बेहद गंभीर भी।
कार्यक्रम का माहौल उस समय और ऊर्जावान हो गया जब कृषि विशेषज्ञों और अधिकारियों ने किसानों को योजनाओं, आधुनिक तकनीकों, वैज्ञानिक खेती, लागत घटाने और उत्पादन बढ़ाने के बेहद उपयोगी तरीकों पर कड़क और सीधा मार्गदर्शन दिया। मंच से बार-बार यह संदेश गूंजा कि अब ‘परम्परागत खेती’ से आगे बढ़कर ‘तकनीकी खेती’ ही किसानों की असली ताकत बनेगी।
गोष्ठी का शानदार समापन प्रमुख प्रतिनिधि श्री लल्लन गोंड द्वारा किया गया। उन्होंने किसानों की हौसला-अफ़ज़ाई करते हुए कहा कि आज का किसान सिर्फ खेत की मेड़ तक सीमित नहीं—वह नए भारत की रीढ़ है, और उसकी हर प्रगति देश की प्रगति है।
उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन-प्रशासन की हर महत्वपूर्ण योजना ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किसानों तक पहुँचाई जाएगी। साथ ही उन्होंने किसानों से ड्रिप इरीगेशन, उन्नत बीज, मृदा परीक्षण जैसी तकनीकों को तेजी से अपनाने की अपील की।
इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी (कृषि) श्री जितेंद्र कुमार शर्मा ने भी प्रभावी उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि कृषि का भविष्य तकनीक आधारित है और दुदही ब्लॉक के किसान यदि इसी गति से आगे बढ़े, तो आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र जिले का मॉडल कृषि ब्लॉक बन सकता है।
कार्यक्रम के अंत तक किसानों में नई ऊर्जा, नई जानकारी और आधुनिक खेती को अपनाने का एक मजबूत संकल्प दिखाई दिया—और यही इस दो दिवसीय गोष्ठी की सबसे बड़ी सफलता रही।






