
विलेज फास्ट टाइम्स कुशीनगर
दिनांक: 12 दिसम्बर 2025
कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र अंतर्गत टेकुआटार गांव के डीहटोला की एक पीड़ित महिला ने दहेज उत्पीड़न, मारपीट, जानमाल की धमकी और पुलिस की उदासीनता जैसे गंभीर आरोपों के साथ न्याय की गुहार लगाई है। महिला का कहना है कि वह ससुराल पक्ष की लगातार प्रताड़ना, निर्मम पिटाई और आर्थिक दबाव से टूट चुकी है। हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि वह अपने मासूम बेटे के साथ दर-दर भटकने को मजबूर है।
पीड़िता ने बताया कि दहेज की लगातार मांग को लेकर उसके साथ कई बार मारपीट की गई। पति पर आरोप है कि वह उसे गलत धंधे में धकेलने की कोशिश करता था, विरोध करने पर बेरहमी से पीटता था। पीड़िता ने सास-ससुर पर भी जान से मरवाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता के अनुसार उसके ससुर के मकान में कुछ पुलिसकर्मी रहते हैं, जिसके चलते बार-बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। आरोप यह भी है कि पुलिस थाने से लेकर एसपी कार्यालय तक उसने कई बार दस्तक दी, बयान दिए, फरियाद की—लेकिन हर बार या तो समझौता कराया गया या मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
बताया गया कि पीड़िता मारपीट और उत्पीड़न के मामलों में कई बार थाने में समझौता करा चुकी है, लेकिन ससुरालीजन का व्यवहार नहीं बदला। अब हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि महिला ने कहा—
“अगर अब भी न्याय न मिला तो मैं अपने बच्चे के साथ आत्महत्या करने को मजबूर हो जाऊंगी।”
ग्रामीणों के अनुसार, यह मामला लगातार बढ़ती घरेलू हिंसा और तंत्र की लापरवाही की एक गंभीर मिसाल बन गया है। पीड़िता का कहना है कि उसके पास अब न रहने की जगह है, न सुरक्षा का भरोसा।
फिलहाल पीड़िता फिर एक बार न्याय की उम्मीद में प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। गांव के लोग मांग कर रहे हैं कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि पीड़िता और उसके बच्चे की जिंदगी सुरक्षित हो सके।
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