डीएम ने बार एसोसिएशन के अधिवक्तागणो के साथ की बैठक

कुशीनगर

व्यवस्था में आस्था बनाए रखने का किया जाएगा पूरा प्रयास:- जिलाधिकारी

वादों का होगा त्वरित निस्तारण, जनहित एवं राज्यहित सदा रहेगा सर्वोपरि

वादों का शीध्रतम निस्तारण शासन की शीर्षतम प्राथमिकताओं में से एक है:-डीएम

 स्वस्थ प्रशासनिक व्यवस्था कायम रखते हुए लंबित वादों को राजस्व संहिता के अनुरूप गुण-दोष के आधार पर गुणवत्तापरक नियमित अनुश्रवण करके राजस्व वादों के शीध्रतम निस्तारण हेतु डीएम ने किया आश्वस्त।

आज जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर द्वारा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बार एसोसिएशन के अधिवक्तागणों के साथ औपचारिक परिचयात्मक बैठक की गयी। जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम अपना परिचय देते हुए समस्त उपस्थित अधिवक्ताओं का परिचय भी प्राप्त किया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने अधिवक्ता कक्ष भवन में रंगाई पुताई कराने तथा शुद्ध पेयजल की आपूर्ति  करने का अनुरोध किया, जिस पर जिलाधिकारी श्री तंवर  ने उनके दोनों अनुरोधों को स्वीकार करते हुए यह आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के अंदर इस पर शीघ्र कार्य किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि आप लोगों के साथ आगे आने वाले समय में कार्य करने  का सुखद अनुभव रहेगा। पूर्व के समय में आप अधिवक्तागणों के द्वारा प्रशिक्षण के समय से ही कोट के बहुत सारे टर्म, शब्द सीखने और जानने को मिले हैं। व्यवस्था में आस्था बनाए रखने का पूरा प्रयास किया जाएगा।उन्होंने कहा कि माननीय मुखमंत्री जी के द्वारा शासकीय कार्यो के अन्तर्गत सभी कोर्ट में समस्त वादों की समीक्षा की जा रही है। वादों का शीध्रतम निस्तारण शासन की शीर्षतम प्राथमिकताओं में से एक है।बैठक में स्वस्थ प्रशासनिक व्यवस्था कायम रखते हुए लंबित वादों को  गुण-दोष के आधार पर गुणवत्तापरक नियमित अनुश्रवण करके राजस्व तथा अन्य वादों के शीध्रतम निस्तारण हेतु डीएम ने आश्वस्त किया। पूर्वान्चल के क्षेत्रों में सामान्यतः भूमि विवादों की बहुतायता देखने को मिलती है।  शासन के निर्देश के क्रम में वादों के निस्तारण पर विशेष बल दिया जा रहा है। विभिन्न धाराओं में समयसीमा निर्धारित भी की गई है। आप सभी को आश्वस्त करना चाहूंगा की नियमित अनुश्रणन करके राजस्व संहिता में उल्लेखित राजस्व प्राविधानों के अनुसार  सारे कार्य स्वस्थ प्रणालियां के अनुरूप क्रियान्वित की जाएंगी। सभी अधिवक्ताओं की बातों को गौर से सुना जाएगा पैमाइश और बंटवारों के मामलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जनहित एवं राज्यहित सर्वोपरी है। मतभेद होना स्वाभविक है, लेकिन नियमों के परिधि में रहकर वादकारियों को न्याय दिलाना राज्यहित में सर्वोपरि हैं।

             स्वस्थ्य प्रशासनिक व्यवस्था कायम रखते हुए सारे कार्य क्रियान्वित करना है। राजस्व संहिता के नियमों के अनुरूप वादों का गुणवत्तापरक ,नैसर्गिक न्याय के सिद्वांतो का पालन करते हुए धारा 30,116,34,24 आदि के वादों को समयानुसार निस्तारित किया जाएगा, जिसमे आपलोग से सहयोग की अपेक्षा है।

               इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी न्यायिक पी के राय, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव मिश्रा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार मिश्रा, महामंत्री राजीव कुमार शुक्ला ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्यामा प्रसाद यादव, संयुक्त मंत्री सुभाषसनी सिंह, कनिष्ठ सदस्य आलोक कुमार तिवारी, पूर्व उपाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ,पूर्व महामंत्री मृत्युंजय सिहं, पूर्व अध्यक्ष राकेश कुमार मिश्रा वरिष्ठ सदस्य गण सुरेंद्र कुमार मिश्रा विजय कुमार श्रीवास्तव जगदीश लाल श्रीवास्तव,  सुरेश सिंह अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता आदि अधिकवक्तागण उपस्थित रहे।

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