कुशीनगर
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पंचशील धम्मध्वज दिखाकर शोभा यात्रा को किया गया रवाना
कुशीनगर तथागत भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में त्रिविध पावनी (जन्म, ज्ञान प्राप्ति बोध एवं महापरिनिर्वाण) वैशाख पूर्णिमा बुद्ध जयंती (बुद्ध पूर्णिमा) के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर सम्मिलित हुए तथा पंचशील धम्मध्वज दिखाकर शोभा यात्रा को रवाना किया गया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भगवान बुद्ध के सिद्धांत और उनके जीवन की घटनाएं हमें शांति व ज्ञान की ओर अग्रसर करती हैं । गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व लुंबिनी में पूर्णिमा के दिन ही हुआ था। बैसाख पूर्णिमा को बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन कुशीनगर में ईसा पूर्व 483 में 80 वर्ष की आयु में महापरिनिर्वाण हुआ था। तीनों घटनाएं वैशाख पूर्णिमा को हुई थीं। इसलिए इसे त्रिविध पावनी जयंती भी कहते हैं। भगवान बुद्ध को कुशीनगर से गहरा लगाव भी रहा। इस अवसर पर म्यानमार के राजदूत ऊ जाव, भदंत ज्ञानेश्वर, भंते डॉ नंद रतन थेरो, भंते महेंद्र थेरो, भंते अशोक, पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, पर्यटन सूचना अधिकारी प्राण रंजन, नगर निकाय कुशीनगर अध्यक्ष प्रतिनिधि एवम भिक्षु गण व उपासक, जनपदवासी भी उपस्थित रहे।