पंचायत प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति एवं प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाना चाहते है तो आय में करें वृद्धि:- डीएम

 

 कुशीनगर 

प्रत्येक विधान सभा में बनेगा पंचायत उत्सव भवन

जनगणना वर्ष 2011 के आधार पर 1500 तक आबादी वाली ग्राम पंचायतों के लिए स्वयं के संसाधन से आय आधारित पंचायत प्रतिपूर्ति एंव प्रोत्साहन योजना के संबंध में जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक संपन्न हुई।

     जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि 163 ऐसे ग्राम पंचायत है जिनमें आय (नीलामी, मत्स्य पट्टा, राजस्व या अन्य श्रोतों से) शून्य है। जिलाधिकारी ने सभी ऐसे ग्राम पंचायत के लोगों से अपील की है कि वे पंचायत प्रोत्साहन प्रतिपूर्ति एवं प्रोत्साहन योजना का लाभ उठाना चाहते है अपनी ग्राम सभा में आय को विभिन्न श्रोतों के माध्यम से बढ़ाए।  मानक के संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि पंचायत प्रतिपूर्ति एंव प्रोत्साहन योजना मद में ग्राम पंचायतों को धनराशि गत वर्ष में ग्राम पंचायतों द्वारा प्राप्त ओ०एस०आर० के आधार पर आवंटित की जायेगी।

उक्त आय ग्राम पंचायत के ओ०एस०आर० खाते  ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति के संचालन एवं अनुरक्षण निधि खाते में प्रदर्शित होनी चाहिए।उक्त खातों में प्राप्त ब्याज की भी गणना ओ०एस०आर० में की जायेगी। अर्जित आय की पांच गुना धनराशि ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन धनराशि के रूप में दी जायेगी।पंचायत प्रतिपूर्ति एंव प्रोत्साहन योजना से प्राप्त धनराशि का व्यय राज्य वित्त आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप किया जायेगा।धनराशि का व्यय भारत सरकार द्वारा विकसित पोर्टल ई-ग्राम स्वराज के माध्यम से किया जायेगा।

पंचायत उत्सव भवन के निर्माण हेतु बैठक संपन्न

 पंचायत उत्सव भवन के निर्माण हेतु स्थल का चयन एंव अनुश्रवण हेतु बैठक की गई। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बैठक दौरान अवगत कराया कि ग्रामीण आबादी में उचित दर पर मांगलिक कार्यक्रम यथा विवाह, मुण्डन एवं अन्य कार्यक्रमो के आयोजन हेतु प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में पड़ने वाली प्रत्येक विधान सभा में एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाना है। प्रथम चरण में प्रदेश की 71 ग्रामीण विधान सभाओं में एक पंचायत उत्सव भवन का निर्माण कराया जाना है। यह योजना ग्राम पंचायतों के माध्यम से क्रियान्वित एंव संचालित की जाएगी। प्रत्येक पंचायत उत्सव भवन की अनुमानित लागत रु0 1.41 करोड़ आंकलित की गई है।विधान सभा तथा ग्राम पंचायत का चयन जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा किया जायेगा।जिन ग्राम पंचायतो द्वारा ओ०एस०आर० सेवाओं की उपलब्धता अधिक की जा रही है तथा जिन ग्राम पंचायतो में अन्नपूर्णा भवन का संचालन किया जा रहा है, उनको प्राथमिकता दी जाएगी। यथा संभव आबादी के समीप हो।ऐसे स्थल का चयन किया जाये जो All Weather Surfaced Road से जुड़ा हो। न्यूनतम 3000 वर्ग मी० भूमि की आवश्यकता होगी।समस्त कार्यो का तकनीकी पर्यवेक्षण अभियंता, जिला पंचायत के माध्यम से मुख्य अभियंता, जिला पंचायत अनुश्रवण कोष्ठक द्वारा किया जाएगा। इस पर जिलाधिकारी शीघ्र नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने हेतु डीपीआरओ को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि पूर्ण प्रक्रिया की अद्यतन रिपोर्ट समय समय पर अवगत कराते रहे। वर्ष 2021 में सम्पन्न पंचायत निर्वाचन के उपरान्त नगर पंचायत के सृजनसीमा विस्तार के कारण प्रभावित ग्राम पंचायतों  राजस्व ग्रामों के आंशिक पुनर्गठन हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति की बैठक की गई। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि पंचायत निर्वाचन 2021 के दौरान कुल 1003 ग्राम पंचायतें अस्तित्व में थी।वर्ष 2023 में नगर विकास विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के क्रम में नगर पंचायत रामकोला एवं नगर पंचायत मथौली का सीमा विस्तार किया गया।सीमा विस्तार के फलस्वरूप कुल 23 ग्राम पंचायतें नगर क्षेत्र में चली गयी।वर्तमान में कुल 980 ग्राम पंचायतें अस्तित्व में हैं । जिलाधिकारी ने यथा आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि निदेशालय स्तर से मांगी गयी सूचना निर्धारित प्रारूप-प्रारूप-1, प्रारूप-2 एवं प्रारूप-3 पर तैयार कर ली गयी है, तथा समिति के अनुमोदन के उपरांत समक्ष प्रस्तुत करने के उपरांत ही भेजें।

बैठक दौरान मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, अधिशासी अभियंता विद्युत , समिति के अन्य सदस्य, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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