खबर प्रकाशित होने पर तिल मिलये स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारियों ने दी धमकी
पडरौना /कुशीनगर मदर केयर हॉस्पिटल बावली चौक पडरौना के प्रबंधक डा0 धनंजय कुमार मिश्रा ने पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुरेश पटेरिया पर भ्रष्टाचार का आरोप मुख्यमंत्री पोर्टल पर 25 फरवरी को 40018925004863 पर किया था जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिना किसी जांच के और ना ही पीड़ित व्यक्ति से मौके पर आकर पूछा गया गलत रिपोर्ट लगाकर स्पेशल क्लोज करके निश्चित कर दिया गया स्पेशल क्लोज लगा देने की वजह से फीडबैक भी नहीं जा रहा है। जिसको लेकर मलेरिया इंस्पेक्टर विजय गिरी व संविदा कर्मचारी डाटा ऑपरेटर प्रशांत सिंह से 24 अप्रैल को सीएमओ ऑफिस पूछने गए तो दोनों लोग धमकी देते हुए कहे कि ज्यादा लेटर बाजी ना कीजिए इससे हम लोगों का कुछ नहीं बिगड़ेगा लेकिन आप बर्बाद हो जाएंगे आपकी पत्नी इसी विभाग में काम करती हैं सीएमएस आपसे बोलकर बिहार बॉर्डर पर भिजवा दिया जाएगा उसे नहीं माने तो बर्खास्त कर दिया जाएगा जनसुनवाई पोर्टल पर हम लोगों के खिलाफ बहुत शिकायत आते जाते हैं कुछ होता नहीं है हम लोग अपने हिसाब से शिकायत का निस्तारण कर देते हैं चाहे सरकार किसी को हो धमकी सुनते ही डॉक्टर मिश्रा पूरी तरह से डर गए तथा इनका परिवार भी डर गया इसको देखकर डॉक्टर ने जनसुनवाई पोर्टल पर 26 अप्रैल को 40018925010780 नंबर पर शिकायत किया जिसका अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं लगाई गई है इस प्रकरण परजब मीडिया ने खबर प्रकाशित किया तो सीएमओ ऑफिस के इन दोनों कर्मचारियों ने आवेश में आकर फिर धमकी दिया है जिस डॉक्टर मिश्रा तथा उनका पूरा परिवार सदमे में है अब आगे देखा जाए कि प्रशासन क्या कार्रवाई करता है
पूर्व सीएमओ पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप
जनसुनवाई में शिकायत पर बिना जांच किए लगा दिया गया गलत रिपोर्ट
भ्रष्टाचार के आरोप से घबराए पूर्व सीएमओ पटारिया
vftnews.co.in न्यूज़ नेटवर्क/ कुशीनगर।
कुशीनगर पडरौना स्थित मदर केयर हॉस्पिटल बावली चौक पडरौना के प्रबंधक डॉ धनंजय कुमार मिश्र ने पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुरेश पटारिया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर 25 फरवरी 2025 को किया था । डॉ मिश्रा का कहना है कि पूर्व सीएमओ डॉ. पटारिया गलत तरीके से मेरे हॉस्पिटल सहित मेरे आवासीय आवास को भी 25 अगस्त 2024 दिन रविवार को मेरे अनुपस्थिति में बिना किसी नोटिस के और न ही किसी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में, मेरे हॉस्पिटल को सील कर दिया गया। जिसके वजह से बच्चे की पढ़ाई चार महीने बाधित हो गया स्कूल में अनुपस्थिति हो गया समय से फीस न जमा होनें के कारण बच्चे का स्कूल से नाम कट गया था, अर्ध वार्षिक एग्जाम में अनुपस्थिति हो गया । मदर केयर हॉस्पिटल में ही होम्योपैथ का प्रैक्टिस करते थे जिसका रजिस्ट्रेशन इसी हॉस्पिटल में अलग से कराया गया था और मरीज देख रहे थे। हॉस्पिटल और आवासीय आवास सील होने की वजह से डॉ मिश्रा की सारी कमाई के श्रोत बंद हो गए, फिर क्या किराए के मकान में चार महीने रहना पड़ा l उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी से गुजर रहे डॉक्टर कई लोगों से कर्ज लेकर काम चलाए। बच्चे के एग्जाम को लेकर डॉ पटारिया को कई बार लिखित रूप में ज्ञापन दिया लेकिन डॉ पटरिया एक न सुने ।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी पडरौना से मिल कर और डॉक द्वारा भी ज्ञापन दिया गया उसके वाबजूद कोई सुनवाई नहीं हुआ। डॉ मिश्रा का कहना है कि जब भी सीएमओ साहब से मिलने जाते थे तो इशारे में पैसा का डिमांड करते थे। मिठाई खाने के नाम पर 5 हजार लिए तब जाकर आवास खोले और हॉस्पिटल खोलने के लिए 50 हजार का डिमांड डॉ पटारिया के नाजिर हाजिर क्लर्क विजय गिरी जो वर्तमान में मलेरिया इंस्पेक्टर कप्तानगंज सीएचसी पर तैनात है, पूर्व सीएमओ से मिलकर अपना पोस्टिंग सीएमओ ऑफिस में करा लिया और संविदा कर्मचारी डाटा ऑपरेटर प्रशांत सिंह ने किया था और कहा कि जिस दिन पैसा दे देंगे उसी दिन सीएमओ साहब आपका हॉस्पिटल खोल देंगे । यह आरोप मुख्यमंत्री पोर्टल पर 25 फरवरी को ही किया गया था, लेकिन विभाग द्वारा बिना किसी जांच के और न ही पीड़ित व्यक्ति से मौके पर आकर पूछा गया और गलत रिपोर्ट लगा कर स्पेशल क्लोज करके निस्तारित कर दिया गया l स्पेशल क्लोज लगा देने की वजह से फीडबैक भी नहीं जा रहा है।