जटहां बाजार/ कुशीनगर
कुशीनगर जिले के जटहां बाजार थाना क्षेत्र में अवैध बालू खनन का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है पीपी तटबंध पर ओवरलोड बालू कारोबारी द्वारा बाढ़ खंड के एक अधिकारी की कथित पिटाई की घटना ने न केवल खनन माफियाओं के बढ़ते दुस्साहस को उजागर किया है बल्कि पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासनिक अधिकारियों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाला खड़े किए हैं घटना का विवरण चतुर्थ बाढ खंड के सहायक अभियंता विवेक त्रिपाठी ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर करीब 12:00 बजे हुआ वह मेठ विंध्याचल के साथ कटाई भरपूरवा तटबंध का निरीक्षण कर रहे थे इसी दौरान उन्होंने एक ओवरलोड बालू नदी ट्रैक्टर ट्राली को रोक कर चालक को मुख्य सड़क से जाने की हिदायत दी उन्होंने बताया कि ओवरलोड वाहनों से तटबंध को नुकसान पहुंच रहा है इसके बाद दूसरी गाड़ी के चालक को भी रोका गया जिसने फोन पर किसी को सूचना दी कुछ ही देर में 810 लोग मौके पर पहुंचे और अभियंता के साथ गली-गलौज व मार पीट शुरू कर दी पीड़ित अधिकारी ने इस घटना से मानसिक आघात और भविष्य में अनहोनी की आशंका जताई है उन्होंने जाता बाजार थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है पुलिस की सुस्ती पर सवाल है। हारने की बात है की घटना के एक दिन बाद भी जटहां बाजार पुलिस ने इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है पुलिस की इस देरी ने स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों में नाराजगी पैदा कर दी है सवाल उठ रहे हैं कि क्या खनन माफियाओं का प्रभाव पुलिस प्रशासन पर हावी है इस निष्कृयर्ता ने माफियाओं के हौंसले और बुलंद किए हैं। खनन माफियाओं का बेलगाम दबदबा कुशीनगर में अवैध बालू खनन लंबे समय से एक गंभीर समस्या बना हुआ है खड्डा तहसील के मदनपुर भेदियारी भाई साहब पनियहवा कटाई भरपूरवा सहित दर्जनों घाटों पर अवैध खनन जोरों पर है कप्तानगंज जाता कैसे और तमकुही राज तहसील क्षेत्र में भी माफिया बेखौफ होकर नदियों और तटबंधों से बालू निकल रहे हैं ओवरलोड वाहनों के जरिए बालू की धुलाई न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही है बल्कि तटबंधों की संरचना को भी कमजोर कर रही है स्थानीय लोग बताते हैं कि माफियाओं का दबदबा इतना बढ़ गया है कि वह सरकारी अधिकारी को भी धमकाने से नहीं चूकते ताठमांडू की सुरक्षा खतरे में पीपी तटबंध कुशीनगर और आसपास के क्षेत्र के लिए बाढ़ से बचाव की जीवन रेखा है ओवरलोड वाहनों की आवाज यही से तटबंध पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है जिससे इसके क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ गया है वार्ड खंड के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई तो तटबंध की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है स्थानीय लोगों में आक्रोश घटना में स्थानीय लोगों में भी रोष पैदा किया है।